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“सरस्वती नगर कॉलेज के पाँच लफंगे दोस्त”

 

सरस्वती नगर कॉलेज की एक छोटी सी क्लास में पाँच लफंगे दोस्त पढ़ते थे — गुड्डू, चिकू, लाली, टाइगर और खड़क सिंह। पढ़ना-लिखना इनके लिए एक ऑप्शन था… असली मिशन था — लड़की पटाना। और मिशन का नाम भी रखा था: “ऑपरेशन दिल तोड़” (क्योंकि अब तक हर बार इनका दिल ही टूटा था)।

 

एक दिन कैंटीन में गुड्डू ने बोला, “भाईयो, इस बार फुल प्लानिंग के साथ चालू करते हैं

। टारगेट – फर्स्ट ईयर की नए बैच वाली सिमरन, मेहक, टीना और अंजलि।” चिकू ने सनग्लासेस पहन के बोला, “प्लान नं. 1: पहले स्टाइल चेंज करेंगे। हीरो जैसे कपड़े, एटीट्यूड 100%, और इंग्लिश में बात करेंगे।”

लेकिन सबसे पहला झटका तब लगा जब गुड्डू ने “Hey girl, I love juice!” कहके मेहक को इम्प्रेस करने की कोशिश की — और मेहक बोली: “Same here. Go drink some!”

टाइगर ने नए परफ्यूम लगा के पास जाना चाहा, लेकिन परफ्यूम इतना तेज था कि लड़कियों ने सोचा कोई केमिकल अटैक हो गया, और पूरा कॉरिडोर खाली हो गया। और लाली ने पोएट्री सुनाई: “तुम मेरी केमिस्ट्री हो, मैं तेरा फॉर्मूला हूं…” अंजलि ने कहा: “और तुम फेल हो, पेपर में भी और लाइफ में भी!”

पाँच दिन तक इनका हर प्लान फेल हुआ। हर बार कुछ ना कुछ गड़बड़ हो जाता — कभी ज़िप खुली रह जाती, कभी पीछे “किक मी” वाला स्टिकर चिपका मिलता।

आख़िरी दिन, चिकू बोला: “भाईयो, मान लो… हमसे ना हो पाएगा। लड़कियों के लिए नहीं, कॉमेडी सर्कस के लिए पैदा हुए हैं। और सब हँसने लगे… लड़कियाँ भी। लेकिन इस बार हँसी उनका मज़ाक उड़ाने के लिए नहीं, उनके फ़नी स्टाइल पे थी। और शायद, यही इनकी असली जीत थी।

गुड्डू, चिकू, लाली, टाइगर और खड़क सिंह ने डिसाइड किया कि जब स्मार्टनेस से काम नहीं बना… तो बॉडी बनाके लड़कियाँ इम्प्रेस करते हैं! गुड्डू बोला: “भाईयो, कल से सब सुबह जिम, प्रोटीन शेक और सिक्स पैक का मिशन स्टार्ट!”

Day 1, 6:00 AM – सरस्वती नगर जिम

खड़क सिंह ने डंबल उठाया, सेल्फी खींची, रखा। चिकू ट्रेडमिल पे चढ़ा, और पहले ही मिनट में गिरा…  लाली पुश-अप कर रहा था, लेकिन हर बार नीचे जा के सोचता — “थोड़ा रेस्ट ले लूं” टाइगर प्रोटीन शेक के चक्कर में नमक-मिर्ची मिल्कशेक बना गया। और गुड्डू तो बस सब पे चिल्लाते जा रहा था, “शकल देखी है अपनी? अर्नोल्ड बनोगे?”

एक हफ्ते बाद, सबकी कमर दर्द, हाथ झटक, और बॉडी की जगह “बॉडी पेन” मिल गया। फिर लाली ने बोला: “लड़कियाँ सिर्फ़ बॉडी से नहीं, टैलेंट से अट्रैक्ट होती हैं।” तो अगली प्लानिंग हुई — एनुअल कॉलेज टैलेंट शो।

 

प्लान था:

चिकू बनेगा मिमिक्री आर्टिस्ट,    -गुड्डू करेगा डांस,   -लाली गाएगा रैप,   -टाइगर करेगा स्टैंड-अप कॉमेडी,   -खड़क सिंह करेगा तबला परफॉर्मेंस

शो के दिन:

गुड्डू स्टेज पे गया — माइकल जैक्सन डांस करते करते उसकी पैंट का नाड़ा खुल गया!  चिकू ने मिमिक्री में प्रिंसिपल की नकल कर दी… और प्रिंसिपल पीछे खड़ा था! लाली का रैप स्टार्ट ही हुआ: “Yo Yo Lali Singh… मैं हूं बड़ा किंग…” तभी माइक बंद हो गया। टाइगर ने बोला, “एक चुटकुला सुनाता हूं…” ऑडियंस हँसने लगी — क्योंकि उसकी पीठ पे “I love boys वाला स्टिकर था। और खड़क सिंह का तबला टेबल था — उसने असली तबला लाना भूल गया!

शो के बाद पूरी कॉलेज तो हँसी से लोट-पोट थी…

लेकिन इस बार वो लड़कियाँ भी हँस रही थी जिन्हें ये पटाना चाहते थे। अंजलि ने कहा, “तुम लोग पटाने नहीं आए थे… पर हमें हँसाने आ गए। और ये ज़्यादा बेटर है।” सिमरन बोली, “तुम सब बेस्ट हो… बिना ट्राई किए बेस्ट एंटरटेनमेंट हो!” और चिकू बोला, “तो… मतलब सेटिंग हो गई?”

सब लड़कियाँ एक साथ बोली — “नहीं!” और सब दोस्तों ने एक साथ कहा:  “हम तो वैसे भी अकेला ही ठीक है, पिज़्ज़ा और दोस्ती के साथ!”

गुड्डू एक दिन कुछ कुछ होता है देख के फुल इंस्पायर्ड हो गया। बोला: “भाईयो! जब रियल लाइफ में लड़कियाँ नहीं मिल रही… तो चलो कॉलेज में अपनी खुद की लव स्टोरी शूट करते हैं। लड़कियाँ तो फिल्म देख के फिदा हो जाएंगी!”

चिकू बोला, “फिल्म का नाम क्या रखें?”  लाली ने बोला, “दिलवाले पोपट ले जाएंगे” (और सब ने ताली बजाई)

प्लान सिंपल था:

हीरो: गुड्डू  हीरोइन: कॉलेज की कोई भी लड़की (जो मान जाए)  डायरेक्टर: चिकू 

कैमरामैन: टाइगर (जो फोन का बैक कैमरा भी नहीं समझता) बैकग्राउंड म्यूज़िक: खड़क सिंह के माउथ ऑर्गन से 

अब प्रॉब्लम ये हुई… हीरोइन कौन बनेगी? गुड्डू ने सिमरन से पूछा, “एक छोटी सी लव स्टोरी है, सिर्फ़ एक्टिंग करनी है… सिमरन बोली, “एक्टिंग तुमसे होगी नहीं, और मुझे करनी नहीं!” फिर मेहक को मनाया, टीना से रिक्वेस्ट किया — लेकिन सबने “No means no” कह दिया। तो… लास्ट में गुड्डू ने बोला, “लाली! तू ही बन जा मेरी हीरोइन… विग पहन ले!” और लाली ने एक्टिंग के लिए विग, लिपस्टिक, फ्रॉक सब पहन लिया।

गुड्डू उसको शाहरुख़ बन के प्रपोज़ कर रहा था:

गुड्डू (SRK स्टाइल): “प्यार दोस्ती है… और तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो…”

लाली (लड़की बन के): “मैं तुम्हारे प्यार में गिर गया…” (सच में गिर गया — हील पहन के स्टेज से नीचे!)

उसी वक़्त प्रिंसिपल आ गया, और बोला: “ये क्या नौटंकी चल रही है?!”

चिकू बोला: “सर ये डॉक्यूमेंट्री है – जेंडर इक्वैलिटी और कॉलेज रोमांस के ऊपर!”

प्रिंसिपल ने कहा: “इक्वैलिटी के नाम पे तुम लोग कॉलेज का नाम डुबा रहे हो!” फिल्म तो बन गई — लेकिन यूट्यूब पे डाली तो सिर्फ़ 9 व्यूज़ आए… उसमें से 5 इन्हीं दोस्तों के थे।

लेकिन एक बात फ़िक्स थी — लड़कियाँ नहीं मिली… पर ज़िंदगी भर की यारी मिल गई। और लास्ट सीन में सब मिलके एक ही डायलॉग बोलते:

प्यार मिले ना मिले… पर ये दोस्ती हिट है बॉस!”

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